2009 ജൂൺ 22

मेरे मन कर ले तारीफ़

 

 

 

मेरे मन कर ले तारीफ़

 

तारीफ़ के योग्य प्रभु है

 

उसने किये हैं बड़े बड़े काम

 

उसकी हो महिमा हमसे सदा

 

 

 

 

भेंट जो तुम लाये हो

 

कर लो उसे तुम दान

 

दिल से चढ़ायें मिल कर हम

 

धन्यवादों के ये बलिदान

 

 

 

 

भेड़ों और बैलों से

 

बेहतर ये बलि दान

 

दिल से ...

 

 

 

 

तारीफ़ों में विराजमान

 

प्रभु है कितना महान

 

दिल से...

 

õõõ õõõ õõõ

 

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